The Indian Army
The primary objectives of the Indian Army are to ensure the unity of national security and nationalism, protect the nation from external aggression and internal threats, and maintain peace and security on its borders. It also conducts humanitarian rescue operations during natural disasters and other disturbances, such as Operation Surya Asha, and can also be requested for assistance by the government to deal with internal threats. It is a major part of the national power along with the Indian Navy and the Indian Air Force. The army has so far fought four wars with neighboring country Pakistan and one war with China. Other major operations carried out by the army include Operation Vijay, Operation Meghdoot and Operation Cactus. In addition to the conflicts, the military has conducted several major operations in times of peace, such as Operation Brassstacks and the War-Practice Knights. The military has also been an active participant in UN peacekeeping missions in several countries, including Cyprus, Lebanon, Congo, Angola, Cambodia, Vietnam, Namibia, El Salvador, Liberia, Mozambique and Somalia.
The Indian Army has a regiment system, but it is operational and geographically divided into seven commands, with a basic area formation division. It is an all-volunteer force and has more than 80% of the country's active defense personnel. It is the second largest standing army in the world with 1,200,255 active troops and 909,60 reserve troops. The Army has initiated the modernization program of the soldiers, known as "Futuristic Infantry Soldier as a System", as well as collecting and improving new resources for its armored, artillery and aviation branches. is..
भारतीय थलसेना, सेना की भूमि-आधारित दल की शाखा है और यह भारतीय सशस्त्र बल का सबसे बड़ा अंग है। भारत का राष्ट्रपति, थलसेना का प्रधान सेनापति होता है, और इसकी कमान भारतीय थलसेनाध्यक्ष के हाथों में होती है जो कि चार-सितारा जनरल स्तर के अधिकारी होते हैं। पांच-सितारा रैंक के साथ फील्ड मार्शल की रैंक भारतीय सेना में श्रेष्ठतम सम्मान की औपचारिक स्थिति है, आजतक मात्र दो अधिकारियों को इससे सम्मानित किया गया है। भारतीय सेना का उद्भव ईस्ट इण्डिया कम्पनी, जो कि ब्रिटिश भारतीय सेना के रूप में परिवर्तित हुई थी, और भारतीय राज्यों की सेना से हुआ, जो स्वतंत्रता के पश्चात राष्ट्रीय सेना के रूप में परिणत हुई। भारतीय सेना की टुकड़ी और रेजिमेंट का विविध इतिहास रहा हैं इसने दुनिया भर में कई लड़ाई और अभियानों में हिस्सा लिया है, तथा आजादी से पहले और बाद में बड़ी संख्या में युद्ध सम्मान अर्जित किये।
भारतीय सेना का प्राथमिक उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा और राष्ट्रवाद की एकता सुनिश्चित करना, राष्ट्र को बाहरी आक्रमण और आंतरिक खतरों से बचाव, और अपनी सीमाओं पर शांति और सुरक्षा को बनाए रखना हैं। यह प्राकृतिक आपदाओं और अन्य गड़बड़ी के दौरान मानवीय बचाव अभियान भी चलाते है, जैसे ऑपरेशन सूर्य आशा, और आंतरिक खतरों से निपटने के लिए सरकार द्वारा भी सहायता हेतु अनुरोध किया जा सकता है। यह भारतीय नौसेना और भारतीय वायुसेना के साथ राष्ट्रीय शक्ति का एक प्रमुख अंग है।सेना अब तक पड़ोसी देश पाकिस्तान के साथ चार युद्धों तथा चीन के साथ एक युद्ध लड़ चुकी है। सेना द्वारा किए गए अन्य प्रमुख अभियानों में ऑपरेशन विजय, ऑपरेशन मेघदूत और ऑपरेशन कैक्टस शामिल हैं। संघर्षों के अलावा, सेना ने शांति के समय कई बड़े अभियानों, जैसे ऑपरेशन ब्रासस्टैक्स और युद्ध-अभ्यास शूरवीर का संचालन किया है। सेना ने कई देशो में संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशनों में एक सक्रिय प्रतिभागी भी रहा है जिनमे साइप्रस, लेबनान, कांगो, अंगोला, कंबोडिया, वियतनाम, नामीबिया, एल साल्वाडोर, लाइबेरिया, मोज़ाम्बिक और सोमालिया आदि सम्मलित हैं।
भारतीय सेना में एक सैन्य-दल (रेजिमेंट) प्रणाली है, लेकिन यह बुनियादी क्षेत्र गठन विभाजन के साथ संचालन और भौगोलिक रूप से सात कमान में विभाजित है। यह एक सर्व-स्वयंसेवी बल है और इसमें देश के सक्रिय रक्षा कर्मियों का 80% से अधिक हिस्सा है। यह 1,200,255 सक्रिय सैनिकों और 909,60 आरक्षित सैनिकों के साथ दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी स्थायी सेना है। सेना ने सैनिको के आधुनिकीकरण कार्यक्रम की शुरुआत की है, जिसे "फ्यूचरिस्टिक इन्फैंट्री सैनिक एक प्रणाली के रूप में" के नाम से जाना जाता है इसके साथ ही यह अपने बख़्तरबंद, तोपखाने और उड्डयन शाखाओं के लिए नए संसाधनों का संग्रह एवं सुधार भी कर रहा है।.
इतिहास
1949 में आजा़दी मिलने के बाद ब्रिटिश भारतीय सेना को नये बने राष्ट्र भारत और इस्लामी गणराज्य पाकिस्तान की सेवा करने के लिये २ भागों में बांट दिया गया। ज्यादातर इकाइयों को भारत के पास रखा गया। चार गोरखा सैन्य दलों को ब्रिटिश सेना में स्थानांतरित किया गया जबकि शेष को भारत के लिए भेजा गया।
जैसा कि ज्ञात है, भारतीय सेना में ब्रिटिश भारतीय सेना से व्युत्पन्न हुयी है तो इसकी संरचना, वर्दी और परंपराओं को अनिवार्य रूप से विरासत में ब्रिटिश से लिया गया हैं|
The various ranks of the Indian Army are listed in descending order below: Commissioned Officers
* [[Field Marshal (India) | Field Marshal]
* General (this is the post of Army Chief)
* Lieutenant General
* Major General
* Brigadier
* Colonel
* Lieutenant colonel
* Major
* [Captain [(land) | Captain]]
* [[Lt]
* Second lt 2
* Junior Commissioned Officer (JCO)
* Subedar Major / [[Honorary Captain] 3
* Subedar / Honorary Lieutenant 3
* Subedar Major
* Subedar
* Subedar
* Non Commissioned Officers (NCOs)
* Regiment Havildar Major 2
* Regiment Quartermaster Havildar Major 2
* Company Havildar Major
* Company Quartermaster Havildar Major
* Sergeant
* hero
* Lancian
* The soldier
Note:
* 1. Only two officers have been field marshal so far: Field KM Kariyappa - First Indian Commander-in-Chief (one after the other is abolished) - and Field Marshal SHFJ Manekshaw Marshal, 1971 War with Pakistan.Chief of Army Staff during the Army in
* 2. It has now been discontinued. Non commissioned officers in the rank of havildar are elible for honorary junior commission officer ranks
* 3. There is an outstanding junior commission officer in view of the rank of excellence and payment of a lieutenant, the role continues to be that of a junior commission officer
पदानुक्रम संरचना
[[फ़ील्ड मार्शल (भारत) | फ़ील्ड मार्शल]
- जनरल (यह थलसेना अध्यक्ष का पद है)
- लेफ्टिनेंट - जनरल
- मेजर - जनरल
- ब्रिगेडियर
- कर्नल
- लेफ्टिनेंट - कर्नल
- मेजर
- [कप्तान [(भूमि) | कप्तान]]
- [[लेफ्टिनेंट]
- सेकंड लेफ्टिनेंट 2
कनिष्ठ कमीशन प्राप्त अधिकारी (जेसीओ)
- सूबेदार मेजर / [[मानद कप्तान] 3
- सूबेदार / मानद लेफ्टिनेंट 3
- सूबेदार मेजर
- सूबेदार
- नायब सूबेदार
गैर कमीशन प्राप्त अधिकारी (NCOs)
- रेजीमेंट हवलदार मेजर 2
- रेजीमेंट क्वार्टरमास्टर हवलदार मेजर 2
- कंपनी हवलदार मेजर
- कंपनी क्वार्टरमास्टर हवलदार मेजर
- हवलदार
- नायक
- लांसनायक
- सिपाही
परम वीर चक्र विजेता
भारत का सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परमवीर चक्र प्राप्त करने वाले वीरों की सूची इस प्रकार है :
अनुक्रम | संख्या | नाम | रेजीमेंट | तिथि | स्थान | टिप्पणी |
---|---|---|---|---|---|---|
1 | IC-521 | मेजर सोमनाथ शर्मा | चौथी बटालियन, कुमाऊँ रेजीमेंट | 3 नवंबर, 1947 | बड़गाम, कश्मीर | मरणोपरांत |
2 | IC-22356 | लांस नायक करम सिंह | पहली बटालियन, सिख रेजीमेंट | 13 अक्तूबर, 1948 | टिथवाल, कश्मीर | |
3 | SS-14246 | सेकेंड लेफ़्टीनेंट राम राघोबा राणे | इंडियन कार्प्स ऑफ इंजिनयर्स | 8 अप्रैल, 1948 | नौशेरा, कश्मीर | |
4 | 27373 | नायक यदुनाथ सिंह | पहली बटालियन, राजपूत रेजीमेंट | फरवरी 1948 | नौशेरा, कश्मीर | मरणोपरांत |
5 | 2831592 | कंपनी हवलदार मेजर पीरू सिंह | छ्ठी बटालियन, राजपूताना राइफल्स | 17-18 जुलाई, 1948 | टिथवाल, कश्मीर | मरणोपरांत |
6 | IC-8497 | कैप्टन गुरबचन सिंह सलारिया | तीसरी बटालियन, १ गोरखा राइफल्स | 5 दिसंबर, 1961 | एलिजाबेथ विले, काटंगा, कांगो | मरणोपरांत |
7 | IC-7990 | मेजर धनसिंह थापा | पहली बटालियन, गोरखा राइफल्स | 20 अक्तूबर, 1962 | लद्दाख, | |
8 | JC-4547 | सूबेदार जोगिंदर सिंह | पहली बटालियन, सिख रेजीमेंट | 23 अक्तूबर, 1962 | तोंगपेन ला, नार्थ इस्ट फ्रंटियर एजेंसी, भारत | मरणोपरांत |
9 | IC-7990 | मेजर शैतान सिंह | तेरहवीं बटालियन, कुमाऊँ रेजीमेंट | 18 नवंबर, 1962 | रेज़ांग ला | मरणोपरांत |
10 | 2639885 | कंपनी क्वार्टर मास्टर हवलदार अब्दुल हमीद | चौथी बटालियन, बाम्बे ग्रेनेडियर्स | 10 सितंबर, 1965 | चीमा, खेमकरण सेक्टर | मरणोपरांत |
11 | IC-5565 | लेफ्टीनेंट कर्नल आर्देशिर तारापोर | द पूना हार्स | 15 अक्तूबर, 1965 | फिलौरा, सियालकोट सेक्टर, पाकिस्तान | मरणोपरांत |
12 | 4239746 | लांस नायक अलबर्ट एक्का | चौदहवीं बटालियन, बिहार रेजीमेंट | 3 दिसंबर, 1971 | गंगासागर | मरणोपरांत |
13 | 10877 F(P) | फ्लाईंग आफिसर निर्मलजीत सिंह सेखों | अठारहवीं स्क्वैड्रन, भारतीय वायुसेना | 14 दिसंबर, 1971 | श्रीनगर, कश्मीर | मरणोपरांत |
14 | IC-25067 | लेफ्टीनेंट अरुण क्षेत्रपाल | पूना हार्स | 16 दिसंबर, 1971 | जरपाल, शकरगढ़ सेक्टर | मरणोपरांत |
15 | IC-14608 | मेजर होशियार सिंह | तीसरी बटालियन, बाम्बे ग्रेनेडियर्स | 17 दिसंबर, 1971 | बसंतार नदी, शकरगढ़ सेक्टर | |
16 | JC-155825 | नायब सूबेदार बन्ना सिंह | आठवीं बटालियन, जम्मू कश्मीर लाइट इनफेन्ट्री | 23 जून, 1987 | सियाचिन ग्लेशियर, जम्मू कश्मीर | जीवित |
17 | IC-32907 | मेजर रामास्वामी परमेश्वरन | आठवीं बटालियन, महार रेजीमेंट | 25 नवंबर, 1987 | श्रीलंका | मरणोपरांत |
18 | IC-56959 | लेफ्टीनेंट मनोज कुमार पांडे | प्रथम बटालियन, ग्यारहवीं गोरखा राइफल्स | 3 जुलाई, 1999 | ज़ुबेर टाप, बटालिक सेक्टर, कारगिल क्षेत्र, जम्मू कश्मीर | मरणोपरांत |
19 | 2690572 | ग्रेनेडियर योगेन्द्र सिंह यादव | अठारहवीं बटालियन, द ग्रेनेडियर्स | 4 जुलाई, 1999 | टाइगर हिल्स, कारगिल क्षेत्र | जीवित |
20 | 13760533 | राइफलमैन संजय कुमार | तेरहवीं बटालियन, जम्मू कश्मीर राइफल्स | 5 जुलाई, 1999 | फ्लैट टाप क्षेत्र, कारगिल | जीवित |
21 | IC-57556 | कैप्टन विक्रम बत्रा | तेरहवीं बटालियन, जम्मू कश्मीर राइफल्स | 6 जुलाई, 1999 | बिंदु 5140, बिंदु 4875, कारगिल क्षेत्र | मरणोपरांत |
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